$8 मिलियन डायमंड्स की चोरी मगर पकडे गए एक सेंडवीच की वजह से.

@Indian mythology
0

Best crime stories in Hindi...Short stories crime-related in hindi. online crime stories in Hindi. Indian crime stories in Hindi. sabse bade diamonds ki chori ki kahani hindi story. real crime stories in Hindi. 

$8 मिलियन डायमंड्स की चोरी मगर पकडे गए एक सेंडवीच की वजह से 


हिंदी में एक कहावत हैं - पूत के पाँव पालने में ही दिख जाते हैं..मतलब वो बड़ा होकर आगे क्या बनेगा ये बचपन में ही पता चल जाता है...बिल्कुल उसी तरह जैसे इटली का रहने वाला एक बच्चा Leonardo Notarbartolo बड़ा होकर एक बहुत बड़ा चोर बना..इतना बड़ा कि उसने बेल्जिम्यम के Antwerp diamond डिस्ट्रिक्ट बिल्डिंग से आठ अरब के हीरे ही चुरा लिए...मगर ये भी सच था सिर्फ डॉलर भर की एक सेंडवीच के कारण वो पकड़ा भी गया...आइये जानते है उस महा चोर लियोनार्दो की कहानी.


कहते हैं इटली के एक बच्चे को बचपन से ही चोरियां करने की आदती थी...उसने ना सिर्फ स्कूल में बल्कि कालेज और नौकरी करने वाली जगहों पर भी चोरियां की थी..उस बच्चे का नाम था लियोनार्दो...मगर उस बच्चे को जो चीज़ सबसे अधिक अपनी ओर आकर्षित करती थी वो था हीरा...इसलिए उस बच्चे ने बचपन में ही ठान लिया था की आगे चलकर वो एक बहुत बड़ा हीरे का चोर बनेगा....उन दिनों दुनिया का सबसे बड़ा हीरे का केंद्र बेल्जियम का Antwerp diamond की बिल्डिंग थी जहाँ रोज़ अरबों के हीरे का व्यपार होता था...उस बिल्डिंग में बहुत से अमीर जोहरियों की दुकाने भी थीं...

कई देशों के लोग वहां अपने हीरे बेचने और खरीदने आया करते थे..मामूली लोगों के लिए वहां कोई प्रवेश नहीं था..वहां केवल वही लोग आ सकते थे जिसे हीरा बेचना या खरीदना था..ज़ाहिर सी बात थी जहाँ रोज़ अरबो का व्यपार हो वहां सुरक्षा भी बहुत कड़ी होगी...वो भी ऐसी जिसके बारे में कोई कल्पना भी नहीं कर सकता..भीतर जाते वक़्त सुरक्षा गार्ड के रूप में लम्बे तगड़े यहूदी होते थे...जो भी वहां जाता उसे एक ख़ास पहचान दिखानी पड़ती थी.. उस बिल्डिंग में जिन व्यपारियों की अपनी दुकाने थी उन्हें भी अपना पहचान दिखाना पड़ता था.... उसी बिल्डिंग के बेसमेंट में दो मंजिला ईमारत थी..उसकी के नीचे एक बहुत बड़ा और वजनी वाल्ट था जिसमे अरबों रूपये के हीरे रखे जाते थे...उसके आस पास सेन्सर्स अलाएर्म और कैमरे लगे थे...


कोई भी अनजाना इंसान उन्हें भेदकर आगे नहीं बढ़ सकता था...आगे बढ़ भी गया तो उस तिजोरी वाल्ट को बिना उसके कॉड के खोलना मुश्किल था..अगर किसी ने कोड को ब्रेक कर भी दिया तो भीतर एक और मोटी लोहे की प्लेट वाली शील्ड थी जिसे कटाने के लिए दुनिया के सबसे तेज़ मशीन से भी आठ घंटे लगते...अगर उसी किसी तरह काट भी लिया जाता तो उसके भीतर एक चाभी होती जो लगभग एक फूट की थी...लेकिन चाभी को कितनी बार दांये और कितनी बार बांये घुमाने पर वो तोजोरी खुलती इसका भी इंतज़ाम किया गया था...कुल मिलाकर उस बड़े से वाल्ट की तिजोरी को खोलकर उससे हीरे की चोरी कर लेना असंभव और कल्पना से परे था..लेकिन बड़े होने के बाद उस चोर लियोनार्दो ने ठान लिया था कि वो वाल्ट से हीरे चुराकर रहेगा....लियोनार्दो के पास चोरी के बहुत सारे पैसे थे इसलिए वो एक हीरे का व्यपारी बन गया और उसने उसी बिल्डिंग में जाकर अपनी भी एक दूकान ले ली...

अब लियोनार्दो भी उन दुकानदारों की तरह बन गया जो हीरे खरीदने और बेचने के लिए अपनी दूकान चलाते थे...धीरे धीरे लियोनार्दो ने सबसे अपनी पहचान बनाई...लेकिन उसे बेसमेंट तक जाने का मौका नहीं मिल रहा था...लेकिन वहां और कई साल बिताने के बाद उसे उस तोजोरी को देखने का मौक़ा मिल गया..लियोनार्दो ने सारी चीज़ों को बारीके से देखा और प्लान बनाया..मगर वो एक चीज़ में फंस गया और वो था उस तिजोरी का चार नंबर का कोड...उस कोड नंबर का पाता लगाना बहुत मुश्किल था... लेकिन फिर लियोनार्दो ने अपना अक्ल दौड़ाया और फिर उसने बाज़ार से एक हाई रेजुलेशन वाला स्पाय कैमरा पेन खरीद लिया और फिर उसे बेसमेंट में उस जगह पर रखा जहाँ से चार डिजिट दिखता हो...अब लियोदार्दो को तोजोरी को खोलने का वो चार नंबर भी मिल गया था..इसके बाद उसने चार अच्छे लोगों की तलाश की जो उस चोरी में उसकी मदद कर पाते...जल्द ही लियोनार्दो ने ऐसे चार लोगों को भी ढूंढ लिया..मगर किसी को ये नहीं बताया की करना क्या है...एक तरह से लियोनार्दो ने चारो को नौकरी पर रख लिया जिसमे से एक ताला ठीक करने वाला मैकिनिक था, दूसरा एक अच्छे शरीर वाला ट्रक ड्राईवर..तीसरा एक जीनियस बुद्धि का लड़का और चौथा किसी और चीज़ में माहिर था..

तो कुल मिलकर लियोनार्दो ने एक टीम बना ली..फिर उसने उसी तरह एक बहुत ही भारी और वजनी तिजोरी बनाई और अपने दोस्तों को पूरी बात बताई...पहले तो किसी को यकीन नहीं हुआ कि ऐसा भी हो सकता है लेकिन लियोनार्दो का पूरा प्लान सुनने के बाद सभी को यकीन हो गया कि लियोनार्दो इस नामुमकिन काम को मुमकिन कर सकता...चुकी चोरी लाइट कट करके अँधेरे में करनी थी इसलिए लियोनार्दो और उनके चार साथियों ने उस तिजोरी के साथ रात में प्रैक्टिस करने शुरू कर दिए...और कई महीनों के बाद जब वे निश्चित हो गए कि अब वे रात को भी चोरी कर सकते हैं तो लियोनार्दो ने चोरी को अंजाम देने के लिए शनिवार का वक़्त चुना...कहते हैं शनिवार को यहूदी लोगों का कोई धार्मिक कार्यकर्म होता था तो पहरेदारी में उस दिन कम यहूदी गार्ड रहते थे...लियोनार्दो ने इसी का फायदा उठाया ..लेकिन चोरी करने से पहले प्लान के मुताबिक़ उसने बहुत सारे हेयर स्प्रे खरीद लिए थे...


हेयर स्प्रे के कारण कई अलार्म और सेन्सर्स काम करना बंद कर चुके थे...लियोनार्दो और उसके लोगों ने उस रात पूरे तीन घंटे तक चोरी की और उस तिजोरी से करीबी आठ अरब के हीरे चुरा लियी..उस समय करीब सुबह के साढ़े पांच बजे थे...लियोनार्दो और उसके लोग सड़क के रास्ते भागते रहे..फिर भूख लगने पर पाँचों ने एक रेस्टुरेंट पर रुककर बर्गर खाया..मगर उसमे से एक आदमी की तबियत ख़राब थी तो उसने बर्गर आधा खाकर छोड़ दिया...चोरी करते वक़्त और खाते वक़्त भी सभी नी रबर के पतले दस्ताने पहन रखे थे लेकिन जो बीमार था उसने कुछ देर के लिए अपने दस्ताने उतार लिए थे..लियोंआर्दों के आर्डर पर सभी ने अपने कपडे और दस्ताने जला दिए...लेकिन एक दस्ताना और उस बर्गर में लगे उस चोर के फिंगर प्रिंट उसी रेस्टुरेंट में रह गए जो कारण बना लियोनार्दो के पकडाने का... मगर पकडे जान के बाद भी लियोनार्दो ने अदालत में अपने साथियों का नाम नहीं बताया जिसके पास सारे हीरे थे..इस चोरी के लिए लियोनार्दो को २० साल की सज़ा हुई लेकिन लेकिन उसने उन २० सालों के दौरान भी अपने साथियों का नाम नहीं बताया...लियोनार्दो जेल से बाहर आया लेकिन उन चार साथियों का उसे पता नहीं चला जिनके पास लियोनार्दो के आठ अरब के हीरे थे...     

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

Hi ! you are most welcome for any coment

एक टिप्पणी भेजें (0)