अभी कुछ दिन पहले ही खबर आई थी कि देश तोड़ने वाले, देश की अर्थव्यवस्था को गिराकर उसे खोखला करने वाले कुछ बीमार मानसिक सोच के कट्टर पंथियों ने मिलकर प्रायगराज के एक मदरसे में नकली नोट छपने का कारखाना खोल रखा था.
योजना थी उन नोटों को हिन्दुओं के सबसे बड़े पर्व और मेले महा-कुम्भ में खपाने की. इसकी जोर-शोर से तैय्यारी भी हो चुकी थी. मदरसे में सौ-सौ के नोट भी छापे जा रहे थे .मगर कहते हैं कानून के हाथ बहुत लम्बे होते हैं उससे कोई बच नहीं सकता. पुलिस ने तफ्तीश शुरू हुई तो फिर जल्द ही उस मदरसे का मौलवी और कुछ लोग पकड़ में आ गए जो मदरसे में छिपकर नोट छप रहे थे.
ये काम पिछले तीन सालों से चल रहा था. इस मामले में मदरसे के मौलवी मोहम्मद तफ्सिरुल. मो. शाहिद खां और मो: अफजल को गिरफ्तार किया गया. इनकी उम्र 18 से 25 साल की बताई गई थी. ये गिरोह बहुत सोच समझकर सौ- सौ के नोट छापता था ताकि ये पकड़ में ना आये लेकिन इनके काले कारनामों का फंडाफोड़ हो गया. ये सारे अपराधी तो पकड़ में आ गए और इनसे नकली नोटों के साथ साथ मशीने भी जप्त कर ली गयीं जिनसे ये नकली नोट छापा करते थे.
क्या जाली करेंसी मुंबई में आ गयी है ? fake currency in Mumbai ?
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मगर जिन नोटों को इन अपराधियों ने बाज़ार में खपा दिया होगा उसका क्या.? अभी हाल ही में सौ-सौ के कई नकली नोट मुंबई में भी मिले हैं. ये नोट देखने में तो बिलकुल ही असली जैसे लगते हैं लेकिन ये पूरी तरह से नकली होते हैं. इन्हें कोई भी आसानी से नहीं पकड़ सकता. खुद मुझे भी ऐसे सौ-सौ के नकली नोट मिल चुके हैं जिसे मैं यहाँ शेयर भी कर रहा हूँ. आप देख सकते हैं कैसे ये नोट बिलकुल असली जैसे दिखते हैं. मेरे जैसे न जाने कितने लोगों को ऐसे सौ-सौ के नकली नोट मिल चुके हैं.
लेकिन ज़्यादातर लोग गलती क्या करते हैं कि वो इसकी शिकायत इसलिए नहीं करते क्यूंकि फिर उनके नकली नोट को जप्त कर लिया जाए और उस व्यक्ति को उतने रुपये का घाटा हो जाएगा. लेकिन ये फिर ना सिर्फ दूसरों को धोखा देने के बराबर होगा बल्कि ये देश की अर्थव्यवस्था के साथ खिलाड़ कर उसे कमज़ोर करना भी होगा. हर भारतीय नागरिक की ये जिम्मेदारी है कि वो ना गलत करे ना गलत काम को बढ़ावा दे जो गैरकानूनी है.
फेक करेंसी से बचने के उपाय ?
How do we avoid fake currency?
आप नकली नोटों से आसानी से बच सकते हैं. बस ज़रुरत है थोड़ा जागरूक रहने की. यदि आप कोई भी नोट लेते हैं तो सबसे पहले उसे छूकर देखें. यदि नोट नकली होगा तो वो आपको छूते ही पता चल जाएगा. नकली नोट छूने में हल्के और मुलायम होते हैं. इसके साथ ही इसका रंग हल्का सा उदास होता है. लेकिन आप सिर्फ कलर से इसे पहचान नहीं सकते.
आपने देखा होगा हर नोट के कोर्नर में चार लाइन की रेखा होती है. असली नोटों की रेखाओं में कुछ उभार होती है. यदि आप उसे टच करेंगे तो आपका वहां कुछ उभार लगेगा. वहीँ नकली नोटों में यह चार रेखा काले रंग की ज़ेरॉक्स कॉपी की तरह दिखाई पड़ेगी. इसमें छूने पर इस पर कोई भी उभार महसूस नहीं होगा.
लेकिन आजकल की भाग-दौड़ की लाइफ में लोगों के पास इतना समय नहीं होता कि वो हर नोट को अच्छी तरह से चेक करके ले. बस इसी बात का फायदा इस तरह के मुल्ले और मौलवी उठा लेते हैं जो ज्ञान के मंदिर में ऐसे देश तोड़ने वाले काले कारनामों को अंजाम देते हैं. लेकिन यदि आप अपने देश से प्यार करते हैं और अपने देश को आगे बढ़ते हुए देखना चाहते हैं तो आपको एवं आपके परिवार को हमेशा सतर्क रहना होगा ऐसे लोगों से जो देश को कमज़ोर करने की साजिश में लगे हैं.
100 fake currency in Mumbai?
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