इस सदी के सबसे अधिक प्रेरणा दायक इंसान विल्गेट्स (Bill Gates) के बारे में जानिये.
Quotes & life of Bill Gates
तुम गरीब पैदा हुए ये तुम्हारी गलती नहीं है. अगर गरीबी में मर जावो तो वो तुम्हारी गलती है .
सबसे आगे रहने के लिए तुम्हे सबसे आगे का सोचना भी होगा.
आलसी इन्सान के भीतर भी टेलेंट होता है जो किसी भी बड़े काम को आसानी से करने का रास्ता ढून्ढ लेता है.
बचपन युवा और अमीरी Bill Gates की.
बिलगेट्स (Bill Gates) एक ऐसा नाम है जिसका नाम सुनते ही आखों के सामने डॉलर्स के अम्बार और पहाड़ दिखने लगते हैं. वैसे भी जिनके पास 10 लाख करोड़ हो वो इस दुनियाँ का सबसे ख़ास इंसान ही होगा.
मगर बिलगेट्स को जिस चीज़ ने ख़ास बनाया वो था उनका गणित और कोडिंग के प्रति रुझान. माना जाता है कि कई बार बिलगेट्स की माँ मैरी विल्गेट्स की पढाई से परेशान रहती थी. क्यूंकि बिलगेट्स बचपन से ही किताबों में इतने खोये रहते थे कि उन्हें खाना –पीना तक याद नहीं रहता था.
कई- कई बार तो बिलगेट्स स्कूल भी जाने से कतराते थे. उन्हें लगता था कि जब उन्होंने सारी चीजें पढ़ ली है तो स्कूल जाके क्या फायदा? मगर जैसा कि बिलगेट्स की माँ भी एक स्कूल टीचर थीं तो वो स्कूल के महत्व को समझती थीं. इसलिए वो बिलगेट्स को रोज़ स्कूल जाने के लिए बोलतीं .
बिलगेट्स स्कूल तो जाते मगर वहां भी दुसरे विषयों को छोड़कर सिर्फ कंप्यूटर और गणित में लगे रहते .एक बार तो उन्होंने एक गेम का ही अविष्कार कर डाला. उस गेम को इंग्लिश में tic-tac-toe और हिंदी में जीरो काटा कहते हैं . जी हाँ यह वही खेल है जिसे हम और आप बचपन में कॉपी में लकीरे निकालकर खेल चुके हैं .जीरो और क्रॉस जैसे निशान को मिलान करके उन्हें काटा जाता है. इस खेल के जनक विल्गेट्स ही थे .
Bill Gates क्या सोचते हैं?
पहली बार स्कूल के टीचर को बिलगेट्स की प्रतिभा के बारे में तब पता चला जब उन्होंने दो हज़ार शब्दों को याद करके बिना रुके ही सुना दिया था. बिलगेट्स के बचपन का जीवन आम बच्चों से बहुत ही अलग था .वैसे भी जिन्हें बड़ा होकर ख़ास बनना हो वो बचपन से ही सबसे अलग ही दिखेगा. आप किसी भी महान इन्सान की जीवनी उठाकर देख लीजिये.
विल्गेट्स का भी पूरा बचपन किताबो के बीच ही गुजरा था. यहाँ तक की बड़े होने के बाद भी उन्होंने किताबों से कभी नाता नहीं तोडा. उनकी इसी आदत के कारण न तो स्कूल कॉलेज में उनकी कोई गर्ल फ्रेंड थी न बाद में. मगर फिर कई सालो बाद जाकर विल्गेट्स की शादी मिलांडा से हुई . लेकिन वे 32 साल की उम्र तक आते -आते दुनियां के सबसे युवा करोडपति बन चुके थे.
विल्गेट्स के काम करने का तरीका और काम के लोगों को परखना का तरीका भी सबसे ख़ास और अलग रहा है. विल्गेट्स के मुताबिक़ स्कूल और कॉलेज में सिर्फ 5 परसेंट सिखाया जाता है बाकी के 95 परसेंट व्यक्ति खुद अपने तजुर्बे से सीखता है .इसलिए वो अपने काम के लिए उन लोगों को ढूंढते थे, जो काम के प्रति काफी जुनूनी होते थे.
भले ही वो व्यक्ति आलसी ही क्यूँ न हो, विल्गेट्स उनके भीतर भी झंकार उनके भीतर के स्किल और टेलेंट को देख लेते थे .विल्गेट्स के मुताबिक कोई भी होनहार व्यक्ति किसी काम को पुराने उसी तरीके से करेगा जो पहले से मौजूद है . मगर वही काम अगर एक आलसी व्यक्ति को दे दिया जाए तो वो अपने आलसपन में उसी काम को करने का सबसे आसन तरीका ढूंढ निकलेगा. विलेट्स को मायक्रो सॉफ्ट का जनक कहा जाता है.
Bill Gates से जुडी कुछ रोचक बातें
यहाँ एक और किस्सा दिलचस्प है .एक बार विल्गेट्स के एक कर्मचारी ने बहुत बड़ी गलती कर दी जिससे करोडो का नुक्सान हो गया .उस व्यक्ति को उसके मैनेज़र ने फ़ौरन कंपनी से निकाल दिया. जब यह बात विल्गेट्स को पता चली तो उन्होंने फ़ौरन उस व्यक्ति को बुलाया और उसे फिर से उसी काम पर रखवा दिया. जब मनेज़र ने इसका कारण जानना चाहा तो विल्गेट्स ने कहा “उस व्यक्ति ने जो गलती की उससे हमारा करोडो का नुकसान हुआ अब वो व्यक्ति दूसरी कंपनी में जाकर फिर से उसी गलती को कभी नहीं दोहराएगा. इससे मुझे घाटा और उस कंपनी को फायदा होगा यानि हमने जिस एक गलती को समझने में करोडो लगाये उसका फायदा दुसरो कंपनी क्यूँ उठाये ?”
विल्गेट्स शादी से पहले कुछ गुस्सेल किस्म के इंसान थे मगर शादी के बाद उनका जीवन बदला . मगर फिर शादी के 27 साल बाद उनकी पत्नी ने भी उनसे तलाक ले लिया. विल्गेट्स ने दो चीज़ें बहुत ही ख़ास कही है – पहली बात “यदि तुम गरीब पैदा होते हो तो इसमें तुम्हारी कोई गलती नहीं . लेकिन गरीबी में मर जाना तुम्हारी गलती है.” दूसरी, “यदि तुम्हे सबसे आगे रहना है तो सबसे आगे की सोचना होगा.”
विल्गेट्स दुनियां के सबसे तीसरे अमीर व्यक्ति के साथ -साथ एक बड़े ही नेक दरियादिल और महान इन्सान भी हैं .विल्गेट्स और उनकी पत्नी मिलान्डा मिलकर एक संस्था भी चलाते हैं जो दुनियां की सबसे बड़ी और पहली ऐसी संस्था है जो गरीबों और बीमारों के लिए दिल खोलकर दान देती है .
आपको जानकार हैरानी होगी की विल्गेट्स ने अपनी ज़िन्दगी की सारी कमाई को दान में देने की घोषणा भी कर दी है. अब आप समझ चुके होंगे कि कैसे कोई बच्चा बचपन से ही ख़ास होता है जो आगे चलकर विल्गेट्स जैसा इंसान बनता है. यदि वो विल्गेट्स न भी बना तो यकीन मानिए जिस बच्चे ने बचपन से ही किताबों की संगती की वो आपको और खुद के जीवन को कभी निराश नहीं करेगा. बस ध्यान और संकल्प की ज़रूरत होती है.
मुग़ल- ए- आज़म के संगीत डायरेक्टर नौशाद जी के बारे में एक बहुत ही चर्चित
किस्सा है कि उनके हाँथ की सभी ऊंगलियों के बीच के गेप जल गए थे . क्यूंकि नौशाद
जी संगीत बनाने में इतने खोये रहते थे कि उन्हें कभी उस जलती हुई सिगार का ध्यान
ही नहीं रहता था जो रोज़ उनकी ऊंगलियों को जला दिया करती थी. अत: संकल्प शक्ति में महान
बनने के सारे गुण छिपे हैं.
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