How to learn history in hindi? इतिहास को कैसे याद करें हिंदी में जानिये.

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"इतिहास" में इति का मतलब तो आपको पता ही होगा, अंत या खत्म. यानि की जो बात ख़त्म हो चुकी है, जो घटना बीत चुकी है उसे ही हम हिंदी में इतिहास और इंग्लिश में हिस्ट्री कहते हैं. कुछ विद्यार्थीयों की इतिहास में जबरजस्त रूचि होती है और कुछ इसे पढ़ते ही बोर होने लगते हैं और एक दुसरे से यही सवाल करते हैं  how to learn history यार?  इतिहास (Itihas) को कैसे याद करें? ये तो याद ही नहीं रहता ? दुसरे बच्चों के पास इसका उत्तर नहीं होता. लेकिन आपको यदि एग्जाम पास करना है तो आपको इतिहास तो हर हाल में पढना ही होगा वरना इसके अलावे आपके पास और कोई दूसरा रास्ता नहीं है.



How to learn history in hindi?  इतिहास को कैसे याद करें हिंदी में जानिये.





आपने गौर किया होगा कुछ बच्चे इतिहास (itihas) विषय को बड़े ही चाव से पढ़ते हैं..उन्हें सारे सन, ईस्वी, शताब्दी  सब कुछ घटनाओं के साथ याद भी रहता है. वहीँ कुछ बच्चों को केवल एक पृष्ट पढने के बाद ही कुछ याद नहीं रहता. वो सब भूल जाते हैं. इतिहास (history) की सबसे कठिनतम चीज़ समय को याद रखना होता है .कौन सा सम्राट या बादशाह  किस काल में पैदा हुआ ? उसने कब कौन सी लड़ाई लड़ी? कब जीता कब हारा ? अपने राज्य के लिए क्या-क्या किया, उसके बाद उसके कौन से पुत्र राजा या बादशाह बने  इत्यादि. इन्हें याद रखना इसलिए  बहुत जटिल होता है क्यूंकि ये बहुत पहले की बीती घटनाएँ  होती हैं..इतनी पुरानी कि ये हमे किसी लोककथा की भांति लगती है..यदि इतिहास लोक कथा की तरह भी होता तो भी इसे याद किया जा सकता था मगर इसकी जटिलता इसकी तारीखों में छिपी हैं और कुछ के तो अजीबो-गरीब नामों में ही..
 


क्या वजह है कि इतिहास याद नहीं रहता.



विज्ञान कहता है कि हमे कोई भी चीज़ बहुत ही कम समय के लिए याद रहती है. यदि कोई बात या घटना हमे अधिक देर तक या हमेशा के लिए याद रहती है तो इसका सीधा अर्थ है कि हमारा मस्तिस्क उस घटना से अति प्रभावित हो चुका होता है. जैसे किसी अपने प्रियजन का आकस्मिक मर जाना. कोई दुर्घटना या कोई ऐसा हादसा, जिसने उस इन्सान के जीवन को प्रभावित किया हो , तो वो घटना , वो बात और वो समय उस इंसान को हमेशा के लिए फिर याद रह जाती है.  

हमारे दिमाग की बनावट ही कुछ ऐसी है कि वो सामान्य चीज़ों को फ़ौरन छोड़ देता है और गंभीर चीज़ों को फ़ौरन कैप्चर कर लेता है. इसके अलावे यदि आपने बार -बार अपने दिमाग को उस चीज़ के बारे में याद दिलाया हो..या तो शारीरिक क्रियाकलापों के द्वारा या फिर लिखकर, बोलकर अथवा किसी संकेत के ज़रिये, तो भी हमारा मस्तिक उसे याद रख लेता है. यही कारण है कि किसी नौजवान को अपना पहला प्यार याद रहता है. और महिलाओं की बात करें तो उन्हें वो सब कुछ याद रहता है जिसे एक सामान्य पुरुष भूल जाता है . इसके पीछे की वजह यही है कि कुदरत ने महिलाओं को बहुत ही  संवेदनशील बनाया हुआ होता है जो भावनाओं से भरी हुई होती है.


किन्हें याद रहता है?



जो बच्चे बातें अधिक बनाते हैं उनमे कल्पना शक्ति भी अधिक होती है और जिनमे कल्पना शक्ति अधिक होती है वही बच्चे ऐसे विषयों को न सिर्फ चाव से पढ़ते हैं बल्कि उन्हें सब याद भी रहता है. वो खुद को एक नायक अथवा हीरो की तरह मानते हैं . यदि किसी राजा या बादशाह ने कोई बड़ा साहसी कार्य किया है तो वो फ़ौरन खुद को उस पात्र के साथ जोड़ लेते हैं. ऐसा सिर्फ बच्चों के साथ ही नहीं, बड़ों के साथ भी होता है. आपको फिल्म का कोई हीरो तभी अच्छा लगता है जब वो परदे पर कोई साहसी अथवा कारनामे वाला काम करता है. तब आप फ़ौरन खुद को उससे छोड़ लेते हैं. ऐसे बच्चे या इंसान अपनी कल्पना शक्ति के द्वारा सब कुछ याद रखने के काबिल होते हैं. 



दुसरे किस्म में वो बच्चे होते हैं जो अतिसंवेदनशील होते हैं. ऐसे बच्चे फ़ौरन किसी घटना को पढ़कर उससे प्रभावित हो जाते हैं. यदि कहानी में कोई दुःख है अथवा किसी के साथ कोई बुरा हुआ है तो वो तत्काल उस घटना को खुद के साथ जोड़ लेते हैं और उसे वो घटना  हमेशा के लिए याद रह जाती है. लेकिन वो बच्चा कभी अपने भीतर के उन अंतर्मन की बातों को बाहर आने नहीं देता और हमे इसके बारे में पता नहीं चलता. हमे लगता है वो बच्चा दिमाग से बहुत तेज़ है इसलिए उसे सब कुछ याद है.



इतिहास को कैसे पढ़ा जाए ताकि वो याद रहे. 



आपको History learn करने लिए अपनी कल्पना शक्ति को बढ़ाना चाहिए. कैसे? वो मैं आपको बताता हूँ. किन्तु उससे पहले एक छोटा सा उदहारण देता हूँ . जब मैं स्कूल में पढता था तो हमारे हिंदी के पाठ्य पुस्तक से 15 नंबर के सवाल सिर्फ इसी पर आते थे कि "बताइये किस लेखक ने कौन सी रचना की है"? रचनाओं के बगल में लेखकों के नाम दिए जाते थे. मैं तो सब कुछ याद कर लेता था मगर मेरे एक ख़ास दोस्त को यह सब बिल्कुल भी याद नहीं रहता था. वो हर बार इनमे गड़बड़ी करता था. क्यूं वो कितना भी पढता सब भूल जाता. 


फिर एक दिन मेरे दोस्त ने मुझसे पुछा कि तुम्हे सब याद कैसे रहता है.? मैंने दोस्त से कहा अच्छा चलो मैं तुम्हे आज ये ट्रिक बता ही देता हूँ. उसके बाद मैंने मेरे दोस्त को सारे लेखकों के नाम और उनकी रचनाओं को एक पेज पर लिखने के लिए कहा. सबसे पहले नंबर पर था "पूस की रात" लेखक प्रेमचंद, दुसरे नंबर पे था "एक कुता और एक मैना" रचनाकार हजारी प्रसाद द्वेवेदी.  इसके बाद आगे और भी कई नाम थे. मैंने दोस्त से कहा कल बताता हूँ याद करने का ट्रिक. 


लेकिन शाम को ही मैं अपने दोस्त से मिला और उससे बिना पढ़ाई- लिखाई की जिक्र किये ही एक मार्मिक कहानी सुना दी. कहानी कुछ इस प्रकार थी कि "अरे यार मैंने हजारीबाग ( हमारे सामने का एक ज़िला है ) से दो जानवर खरीदकर लाये थे लेकिन दोनों ही कल रात को मर गए. अब मेरा दोस्त ये सुनकर बहुत ही सीरियस हो गया. कब कैसे ? कौन से दो जानवर मरे? मैंने कहा "यार उसमे से एक कुता था और एक मैना". मेरे दोस्त को इस बात का बहुत गम हुआ. फिर मैंने आगे कहा कि लेकिन ये सब हमारे घर के नौकर प्रेमचंद के कारण हुआ यार ? दोस्त पुछा वो कैसे ? मैंने कहा अरे यार जनवरी में पूस की रात की ठंढ कैसी पड़ती है, तुम्हे तो पता ही है. वो प्रेमचंद ने कुता और मैना दोनों को ही घर के बाहर रख दिया था. बेचारे हजारीबाग़ से लाये हुए एक कुता और एक मैना, दोनों ही प्रेमचंद के कारण पूस की ठण्ड में मर गए. 


अब तक मेरा दोस्त बहुत सीरियस हो चुका था. मैंने बातों ही बातों में उससे जानवरों, जिला और नौकर का नाम भी पूछ लिया और उसने बिल्कुल सही सही नाम बता दिए. फिर मैंने कहा घबराओं मत कोई नहीं मारा है यह सब मेरा एक ट्रिक था. अब इस ट्रिक के ज़रिये तुम्हे ये याद हो चुका है कि  "एक कुत्ता और एक मैना" के रचनाकार हजारी प्रसाद जी हैं और "पूस की एक रात" के लेखक प्रेमचंद जी हैं. अगले दिन मैंने इसी प्रकार अपने दोस्त को फिर से  एक और बड़ी वाली कहानी सुनाई और इस तरह मेरे दोस्त को वो सारी चीज़ें याद हो गयी. 


दोस्तों इतिहास को भी इसी तरह से याद किया जा सकता है. मान लीजिये 1526 में बाबर ने लोदी पर  आक्रमण किया और वो स्थान पानीपत था जिसमे लोदी हार गया तो आप उन सन ईस्वी को, जो नंबरों में हैं उसे एक ख़ास पहचान दे दीजिये और इसकी एक कहानी बना दीजिये. मुझे तो पता है कि मुझे इसकी कैसी कहानी बनानी है. आप भी बनाकर देखिये फिर आप कुछ भी नहीं भूलेंगे और आपको हमेशा के लिए सब याद रहेगा.     

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