जब वल्वा ( Vulva ) की एसिडिटी का PH मान 7 से कम हो तो महिलाओं को क्या करना चाहिए?

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जब वल्वा ( Vulva ) की एसिडिटी  का PH मान 7 से कम हो तो महिलाओं को क्या करना चाहिए?


क्या इंडिया क्या अमेरिका, एक बात तो सभी देशों की महिलाओं के साथ कॉमन है कि वे जिन बहुत सी बातों को दूसरों से शेयर करने में हिचक या शरम महसूस करती है उनमे दाग लगे undergarments or underwears भी हैं.  लेकिन वे इस पर ध्यान नहीं देतीं और फिर धीरे -धीरे अंडरवियर का असली रंग निकलता जाते हैं और एक समय के बाद वही female undergarments or inner wear का रंग ऐसा दिखने में ऐसा लगने लगता है जैसे मानो बीच में किसी ने तेजाब या एसिड डाल दिया हो. 


जब वल्वा ( Vulva ) की एसिडिटी का PH मान 7 से कम हो तो महिलाओं को क्या करना चाहिए? 


बहुत सी महिलायें इसे सामान्य सी बात समझकर इसे ignore करती रहती है. लेकिन शायद उन्हें ये पता नहीं होता कि ये एक प्रकार का एसिड ही है जो यूटेरस से बाहर आती है. ऐसी समस्या ज़्यादातर उन्ही महिलाओं के साथ होती है जो अपनी प्युबिक हेयर को वल्वा से साफ़ कर देती है. एक रिसर्च के मुताबिक़ इंसानों के जनन अंगों के पास हेयर इसलिए दिए गए हैं ताकि वो ना सिर्फ कीटाणुओं से जनन अंगों की  सुरक्षा करे बल्कि ये उस घर्षण को भी रोक देता है जब कोई अपने साथी के साथ सहवास करता है. 


लेकिन आज tattoo बनाने और अच्छा दिखाने के चक्कर में महिलायें उस स्थान को वैक्स करवा लेती है. लेकिन ये आपके जनन अंगों के साथ एक खिलवाड़ है. शायद आपको पता नहीं लेकिन आज इन्ही चीज़ों का फायदा बड़ी -बड़ी दवा की कंपनियां उठा रही हैं अपना Vulva क्लीनिंग प्रोडक्ट बेचकर.जबकि इसकी कोई ज़रुरत ही नहीं है. प्रकृति ने महिलाओं के जनन अंग को ऐसे बनाया है कि वहां साबुन तक लगाने कि ज़रुरत नहीं होती. क्यूंकि प्राकृतिक रुप से यूटेरस से जो लिक्विड बाहर आती है वो उस स्थान को साफ़ करती रहती है. लेकिन ये  हानिकारक तब होता है जब इसमें एसिड की मात्रा कम हो जाती है. 


जब वल्वा का पी.एच्  (Ph)  मान 07 से low होता है तो एसिड बनने के चांस बढ़ जाते हैं. इसके बाद यहाँ फंगस और वेक्ट्रीया पनपने लगते हैं. ये आपके लिए नुकसानदेह है. लेकिन इसे रोका भी जा सकता है और इसे रोकने के लिए उस एसिडिटी को बढाया जाता है. कई महिलायें बिना डॉक्टर के परमर्श से बाज़ार में मिलने वाले उन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करती है जो vulva cleaning का दावा करती है. 


लेकिन ऐसे प्रोडक्ट्स जानबूझकर ही लांच किये जाते हैं क्यूंकि उन्हें पता होता है आप इन सब चीज़ों का जिक्र किसी से नहीं करेंगी और चुपचाप उनका प्रोडक्ट इस्तेमाल करते रहेंगे. लेकिन रिसर्च ये बताता है कि वल्वा क्लीनिंग प्रोडक्ट बने ही हैं महिलाओं के उस एसिड का पी.एच्  मान कम करने के लिए ताकि आपकी ये समस्या बनी रहे. अत: जब भी महिलाओं के अंडरवियर और अंडर गारमेंट्स का रंग छोड़ना शुरू कर दे, फ़ौरन डॉक्टर की सलाह ली. क्यूंकि इसका मतलब यही है की आपकी एसिड का पी.एच्  (Ph)  मान 7 से कम हो गया है.           

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