इतिहास - 1984 से अब तक गाँधी परिवार का क्यों है जगन्नाथ पूरी के मंदिर में प्रवेश बंद ? जानिये कारण हिंदी में . 1984 se ab tak Gandhi pariwar ka kyon hai jagannath puri ke mandir me pravesh band ? jaaniye karan hindi mei .

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इतिहास 1984 से अब तक गाँधी परिवार का क्यों है  पूरी के  मंदिर में है प्रवेश बंद,? जानिये कारण 1984 se ab tak Gandhi pariwar ka kyon hai jagganath mandir me pravesh band, jaaniye karan.




ओड़िसा में स्थित पूरी का जगन्नाथ  मंदिर, वैष्णव धर्म और अपनी अद्भूत वास्तुकला के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्द है. ओड़िसा का एक पुरातन नाम उत्कल भी है. लगभग बारहवी सदी के आस पास इस मंदिर का निर्माण राजा अनंत देव वर्मन द्वारा करवाया गया था. मंदिर में तब से ही भगवान  जगन्नाथ , सुभद्र और बलराम जी की मूर्ति स्थापित है. ऐसा माना जाता है की हर सनातन धर्म को मानने  वाला हिन्दू, एक बार इस मंदिर के  दर्शन ज़रूर करना चाहता  है. 


शायद इसलिए  सन 1984 में श्रीमति इंदिरा गाँधी भी अपनी इच्छा जताकर जगन्नाथ  मंदिर के दर्शन के लिए  पहुंची थीं , मगर उस वक़्त उन्हें मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया था .और तब से ही आज तक, गाँधी परिवार के किसी भी सदस्य को जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया गया . इसके पीछे का एकमात्र कारण श्रीमति इंदिरा गाँधी जी का फ़िरोज़ गाँधी से विवाह करना था. क्यूंकि  श्रीमति इंदिरा गाँधी के  पति फ़िरोज़ जहाँगीर गाँधी पारसी थे और जगन्नाथ मंदिर के नियम के अनुसार आज भी  इस मंदिर में केवल हिन्दू ,बौध और जैन धर्म के लोगों को ही प्रवेश की अनुमति है किसी गैर सनातनी के नहीं .


 लेकिन इस बने नियम के पीछे का भी एक मूल कारण  था - जगन्नाथ मंदिर पर बाहरी लूटेरों द्वारा आक्रमण और लूट, जो लगभग 17 बार किये गए थे और सभी गैर हिन्दू आक्रमणकारी थे . सरकारी आकंड़ों के अनुसार यह सिलसिला 1340 से शुरू हो चूका था .1568 में काला पहाड़ नामक एक अफगानी लूटेरे ने तो मंदिर से भगवान का मुकुट ही चुरा लिया था. उस वक़्त जगन्नाथ मंदिर पर लागातार हो  रहे हमलों से इतना तो तय था  कि  बाहरी लूटेरे न सिर्फ जगन्नाथ मंदिर को लूटने की मंसा रखते थे बल्कि वे  भगवान जगन्नाथ , सुभ्रद और बलराम की मुर्तिओं को भी खंडित कर देना चाहते थे  मगर हर बार उत्कल के राजाओं द्वारा मूर्तियों की रक्षा कर ली जाती थी. 


खुद औरंगजेब ने 1692 में मंदिर को ध्वस्त करना चाहा था. अत: पौराणिक घटनाओं को देखते हुए बहुत पहले  मंदिर के प्रमुख गणों ने ये फैसला लिया था कि अब से किसी भी गैर हिन्दू का प्रवेश, पूरी के जगन्नाथ  मंदिर में नहीं होगा. फ़िरोज़ जहाँगीर गांधी से विवाह करने के कारण श्रीमती इंदिरा गाँधी जी का गोत्र बदल चूका था जिस कारण आज उनके बच्चों राहुल और प्रियंका को भी जगन्नाथ  मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं है इसलिए अकसर राहुल-प्रियंका गाँधी जी को भगवान के दर्शन के लिए जगन्नाथ मंदिर छोड़कर दुसरे मंदिर जाते देखा जाता है.

     

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