हिंदी (Hindi) में वाक्य बनाना सीखें
हिंदी (Hindi) के कठिन शब्दों के सरल अर्थ
आंकड़ा - संख्या = आजकल कोरोना के आंकड़े कुछ अधिक ही बढ़ रहे हैं.
आँगन – घर के भीतर का चौक = आपके आँगन में कितने पौधे लगे हैं?
आंच – ताप = कोयले की आंच में लिट्टी अच्छा पकता है
आतंरिक – भीतरी = यह भारत का एक आतंरिक मामला है जिसमे दुसरे देश को दखल नहीं देना चाहिए .
आंधी – प्रचंड वायु का वेग = आंधी ने गुजरात में भीषण तबाही मचाई.
आकर्षक – खिंचाव= ताजमहल एक आकर्षक वास्तुकला है जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है.
आकर्षण –खिंचाव = इस उम्र में आकर्षण होना आम बात है .
आकलन – आशंका , गणना = आपका आकलन क्या कहता है इस बारे में, कौन जीतेगा ?
आकस्मिक – अचनाक होने वाला- यह घटना इतनी आकस्मिक हुई कि किसी को भी पता भी नहीं चला.
आकांक्षा – इच्छा , अभिलाषा - मेरी तो बस यही आकांक्षा है
आकांक्षी – उपेक्षा या इच्छा रखने वाला = लड़की वालो की ओर से आकांक्षी के कोलम में किनका -किनका नाम रहेगा?
आकाशवाणी – रेडियों द्वारा प्रसारित वाणी= यह आकाशवाणी दिल्ली है .अब आप सुनिए एक गीत.
आकुल- व्यग्र , उदिग्न्न , विह्वल= मै तो उनसे मिलने के लिए आकुल - व्याकुल हो रहा हूँ.
आकुलता – बेचैनी = जितना सोचोगे आकुलता उतनी बढ़ेगी .
आकृति – आकार- यह आकृति कुछ जानी- पहचानी सी लगती है.
आकृष्ट – खींचा जाना - मैं उसकी ओर आकृष्ट हो गया.
आक्रमण – चढ़ाई - कुछ देश बस आक्रमण के लिए तैयार रहते हैं.
आक्रोश – गुस्सा , निंदा = इसी बात का आक्रोश था, आज बाहर आ गया.
आक्षेप – भर्त्सना , आरोप , दोषा रोपण= आप ऐसा बोलकर मुझपर आक्षेप नहीं लगा सकते.
आखेट – शिकार = इस बार आखेट हम करेंगे. क्यूंकि मैं एक शानदार आखेटक हूँ.
आख्यान –कथन , वर्णन , बोली , कथा= मेरी आख्यान वहां काफी मशहूर है.
आगंतुक – आतिथि. - इन नए आगंतुक का नाम क्या है ?
आचरण – व्यवहार - आपका आचरण बहुत अच्छा लगा हमे.
आचार – आचरण , अनुष्ठान , नियम = वोटिंग के वक़्त आचार संहिता का ध्यान रखना चाहिए.
आचार्य – अध्यापक , गुरु , पुरोहित= वे हमारे आचार्य हैं.
आच्छादित – ढांपा हुआ - वर्फ से हिमालय आच्छादित है .
आजन्म – जन्म से= आजन्म मैंने उसे कभी नहीं देखा .
आज्ञा- आदेश- कहिये क्या आज्ञा है मेरे लिए
आतिथ्य – अतिथि , मेहमान की
आवभगत - आइये हमारी आतिथ्य सेवा स्वीकार कीजिये.
आतुर – व्याकुल - बहुत ही आतुर लग रहे हैं आप, क्या बात है?
आत्म – निजी – यह आत्मसम्मान की बात है .
आत्म सम्मान – खुद का निजी
सम्मान.
आत्मघात – खुद को चोट या हानि पहुँचाना. आत्मघात पाप है.
आदेश – आज्ञा - आप इस आदेश को पारित कीजिये .
आधार – आश्रय- इस बात का आधार क्या है आपके पास कि वो सही है.
आधिपत्य – स्वामित्व, प्रभुत्व= वो अपना आधिपत्य चाहता है उस गद्दी पर और कुछ नहीं .
आधुनिक – वर्तमान समय का= आधुनिक समय में हमें कुछ बदलाव लाने होंगे.
आध्यात्मिक – आत्मा या परमात्मा सम्बन्धी= थोडा आध्यत्मिक होना अच्छी बात है.
आनंद – हर्ष , उल्लास ,
ख़ुशी- यह तो आनंद की बात है .
आनुवांशिक – पुश्तैनी ,= यह एक आनुवांशिक बीमारी है जिस पर खोज चल रही .
आपत्ति – विरोध , रुकावट = मुझे इस पर कोई आपत्ति नहीं, आप मेरी कार ले सकते हैं.
आपदा – कष्ट का समय= केदारनाथ की आपदा कोई भूल नहीं सकता.
आय – आमदनी= अच्छा , कितनी आय आ जाती है आपके पास?
आयात – आया हुआ , मंगवाया हुआ = अभी देश में चीनी माल कम आयात हो रहे हैं.
आयुधगार – शस्त्रालय , जहाँ
हथियार रखे जाते हैं= चोर आयुधगार की ओर गए हैं .
आयुष्मान – चिरंजीवी- आयुष्मान भव:
आरम्भ – शुरुवात - इसका आरम्भ इस प्रकार हुआ. इसकी शुरुवात इस तरह से हुई .
आराधना – पूजा पाठ- अपने गुरुदेव की आराधना में लगी है वो
आरूढ़ – चढ़ने वाला - वो हाथी पर आरूढ़ था .
आरोप – दोष - मुझ पर आरोप मत लगाइए
आलय- घर , निवास = यह देवआलय है .
आलिंगन – गले लगना= इस आलिंगन को हमेशा याद रहूँगा.
आलिन्द – घर के सामने का चौतरा द्वारकोष्ठ - आलिन्द पर कुछ रंगोली बना दो .
आवाहन – मंत्र द्वारा देवता
को बुलाना. देवताओं के आह्वाहन पर वे प्रकट हो गए.
आलेख – लिखावट, लेख= आलेख अच्छी है.
आलोक – प्रकाश , चमक- यह कैसा आलोक है .
आव – भगत - आदर सत्कार= उनकी आव- भगत में कोई कमी न रह जाए .
आवरण – पर्दा , परत= तुम्हारी आखों पर मोह का आवरण चढ़ा है.
आविर्भाव – प्रकट होना - इसका आविर्भाव भी उसी समय हुआ था.
आविष्कार – नए चीज़ की खोज - ज़रुरत ही आविष्कार की जननी है.
आवेग – मन का वेग - यह मन का आवेग ही तो है.
आवेदन – प्रार्थना - अभी तक सौ आवेदन दे चुका हूँ.
आशंका – संदेह= मुझे तो उनपर भी संदेह है. आशंका है ,शायद वे नहीं आयेंगे.
आशीर्वाद – मंगल कामना - आशीर्वाद दीजिये मुझे
आसरा – भरोसा , सहारा - मेरा तो बस वही एक आसरा है.
आसुरी – राक्षस जैसी - आसुरी प्रवृत्ति के कैसे बन गए तुम?
आस्तिक – जो धार्मिक न हो, जो
भगवान को न माने
आस्था – श्रद्धा - यह अपनी अपनी श्रद्धा की बात है .
आहट- पैर की खटक - क़दमों की आहट ने ध्यान खींचा.
आहार – भोजन , द्रव्य= आपका आहार क्या क्या है?
आहुति – मंत्र द्वारा अग्नि
में डाली गयी घी.= यजमान अब आहुति डालिए
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