भारत का सम्पूर्ण इतिहास 1206 से 1707 ( Bharat Ka Itihas - History Of India in Hindi)

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बुक भारत का सम्पूर्ण इतिहास. पीडीऍफ़ हिंदी इतिहास बुक. तुर्क से लेकर मुगलों के पतन तक का इतिहास समय 1206 से लेकर 1707 तक.

eBook Bhrat ka sampurn Itihas. Pdf Hindi History book 1206 to 1207 . History of India Hindi book 

सभी प्रकार के विद्यार्थियों के लिए उपयोगी . प्रिय पाठकों !  इतिहास एक  ऐसा विषय है जिसे आपको पढना ही पड़ता है. और पढनी भी चाहिए  क्यूंकि एक यही तो माध्यम है जिसके ज़रिये हम उस अतीत को जान सकते हैं  जो एक समय स्वर्णिम था. भारत का वो स्वर्णिम काल कैसे बदला और कौन - कौन सी घटनाएँ घटीं, क्या कारण रहा ? इसका अवलोकन हम इतिहास के ज़रिये ही करते हैं. प्रस्तुत पुस्तक  "सम्पूर्ण भारत का इतिहास" में 1206 से लेकर 1707 का एक पूरा काल है दिया गया है जिसे हम जानेगे. किन्तु उससे पहले आप यह पता लगाइए कि आपको इतिहास में कितनी रूचि है. और रूचि नहीं भी है तो आप इसे बढ़ा भी सकते हैं  फिर आपको सन, ईस्वी याद रखने में ज़रा भी तकलीफ नहीं होगी. 



इतिहास को पढने ,समझने और याद  रखने का ट्रिक 



कुछ विद्यार्थियों को इतिहास लिखने -पढने में दिक्कत इसलिए होती है क्यूंकि इसमें सन और ईस्वी को याद रखना पड़ता है. क्यूंकि इतिहास की हर घटना काल अथवा समय में ही विभक्त है. कौन सी घटना किस समय हुई इसे हम सन और ईस्वी द्वारा ही चिन्हित करते हैं, तभी हम उस काल अथवा समय के बारे लिख लिख सकते हैं  या किसी को बता सकते हैं. क्यूंकि इतिहास का मतलब ही होता है अतीत यानि कि बीती हुई पुरानी घटना का जिक्र. 


अब मैं आपको एक ट्रिक बताता हूँ फिर आप इसे याद रख पायेंगे ..पहली बात तो आप इतिहास को इतिहास की तरह मत पढ़िए क्यूंकि वो आपको याद रहने से रहा. आप इसे खुद से अथवा आस- पास के लोगों से या मित्रों से जोड़कर  पढ़िए. यानि कि आप उसी  इतिहास की एक काल्पनिक कहानिये बनाइये . ये एक शानदार ट्रिक हो सकती है.


क्या आपको आपका कोई दोस्त या रिश्तेदार इतिहास का कोई अच्छा सा पात्र लगता है ?  या  कोई कोई पडोसी या दूर का जानने वाला जो बहुत बदमाश हो ,उन्हें आप इतिहास को वो पात्र दे दीजिये . वास्तवक में होता ये है कि इंसानी मन मस्तिष्क उन्ही चीज़ों को या रखता है जो हमारे साथ घटी है. या कोई ऐसी  बडी घटना जिसे आपने अपनी आखों से घटते हुए देखा हो. आपको वो घटना याद रह जाती है वो भी हमेशा के लिए . 


वैज्ञानिक दृष्टि से हमारा मस्तिष्क  इस तरीके से बना होता है कि वो केवल उन्ही घटनायों को याद रखता है जो घटना आप को प्रभावित करती है.दूसरी बात आप बड़े बड़े पाराग्राफ को छोटे छोटे टुकड़ों में बदल लें. यकीन  मानिए हमने भी इतिहास को ऐसे ही पढ़ा और याद रखा है. सन ईस्वी अथवा दिनाकं को किसी करीबी  या चाहने वालों के विवाह -शादी, जन्मदिवस के साथ जोड़ दें. 


मान लीजिये मैं 1526 के पानीपत का जिक्र करता हूँ. क्या हुआ था आपको पता है. तो आप इसे ऐसे याद रख सकते हैं बस एक काल्पनिक कहानी गढ़कर . ये जो 15और 26 का अंक है इसे आप मान लीजिये कि आपके पड़ोस में एक 26 साल की महिला ने एक 15 साल के  लड़के साथ गलत किया. मामला इतना बढ़ा कि दो पक्षों इब्राहीम लोदी और बाबर में तनातानी हो गयी क्यूंकि एक तो ये गलत था ऊपर से दोनों अलग अलग संप्रदाय के थे. जो जीता उसे आप लड़की या लड़के का पिता बना दीजिये . दिखिए ये मेरा एक ख़राब सा उदाहरण हो सकता है. कृपया यह विचार ना बना लें कि यही सही है ..मैंने कहा ये मेरा एक ख़राब सा उदहारण भी हो सकता है.


आप इससे भी अच्छी कहानी अपने तरीके से गढ़ सकते हैं . सब कुछ आपके हाथ में है ..आपके मन में है. मानव मन एवं उसकी बुद्धि की विशालता का अंदाज़ा नहीं लगाया जा सकता तभी तो मोटर न्योरोंन बीमारी से पूरी तरह से क्षतिग्रस्त दुनियाँ का महान वैज्ञानिक हाकिंस अपने बचे हुए दिमाग से पूरे ब्रह्मांड के बारे में जान लेता है और दुनियाँ को एक नयी खोज देकर सबको चकित कर देता है. विषय चाहे कोई भी हो आप ट्रिक लगायेंगे तो पायेंगे कि उसे आसानी से पढ़ा समझा और याद रखा जा सकता है.    

          

सोने की चिड़ियाँ कहे जाने वाले भारत में कैसे विदेशी आक्रान्ताओं का आगमन हुआ और कब तक उनका भारत में उनका शासन रहा इस पीडीऍफ़ पुस्तक भारत के सम्पूर्ण इतिहास ( History of India Hindi book)  में उनकी समूर्ण जानकारी विषय सूची के साथ दी जा रही है .

भारत का सम्पूर्ण इतिहास  1206 से 1707  ( Bharat Ka Itihas - History Of India in Hindi)



1.तुर्क सल्तनत की स्थापना . तुर्कों की सफलता के कारण 

2.दिल्ली सल्तनत की स्थापना. गुलाम वंश .कुतुबुद्दीन ऐबक और एल्तुत्मिस.

3.रजिया और बलबन .

4.खिलजी वंश.

5.तुगलक राजवंश. मुहम्मद बिन तुगलक और फिरोज शाह तुगलक

6.लोधी वंश और दिल्ली का पतन 

7.तैमूर का भारत पर आक्रमण और प्रभाव 

8.बाबर के आक्रमण के  समय भारत की राजनितिक स्थिति दशा एवं मुग़ल वंश की स्थापना 

9.बाबर और हुमांयू.

10.अकबर की राजनितिक एवं धार्मिक निति 

11.जहाँगीर और नूरजहाँ 

12.शाहजहाँ - मध्य एशिया  निति एवं  स्वर्ण काल

13औरंगज़ेब

14.शिवाजी और उनका प्रशासन 

15.उत्तर मुग़ल कालीन राजनितिक स्थिति एवं नादिरशाह का  आक्रमण

16.मुग़ल शासन 

17.मुग़लकालीन स्थापत्य एवं चित्रकला

18.मुग़ल साम्राज्य का पतन .   



                                                                       














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