घोड़े ( Horse) पर एक सरल- निबंध हिंदी में. Essay on Horse in Hindi

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घोड़े (  Horse) पर एक सरल- निबंध हिंदी में. Essay on Horse in Hindi

घोड़े (  Horse) पर एक सरल- निबंध हिंदी में. Essay on Horse in Hindi



Ghode par Hindi mein Nibadh. घोड़े पर हिंदी में निबंध.


घोड़े पर हिंदी में निबंध लिखना कोई कठिन काम नहीं है. घोडा क्या किसी भी जानवर पर निबंध लिखना कठिन काम नहीं है. बस जिस पर आपको निबंध लिखना हो उसे मन में बिठा ले और जो दिखाई दे, जैसा दिखाई दे बस लिखते चले जाएँ. आपका निबंध तैयार हो जाएगा.


घोड़े के बारे में: 

घोड़ा  को अंग्रेजी में हम Horse कहते हैं. इसका दूसरा  नाम हिंदी में अश्व भी होता. घोडा एक पालतू  जानवर होता है जिसके चार पैर , दो आखें, दो कान और एक लम्बी पूँछ होती है . घोड़े को चौपाया जानवर भी बोलते हैं. घोड़ा देखने में बहुत सुन्दर होता है जो बहुत सारे रंगों के होते हैं. घोडा भूरा  भी होता है. काला भी होता है और सफ़ेद भी होता है. यह बहुत ही तेज़ दौड़ाने वाला जानवर है जो  कभी भी थकता नहीं. घोड़े के पीठ पर बाल भी होते है. जब घोडा दौड़ता है तो ये बाल हवा में उड़ते हुए बहुत सुन्दर दिखाई पड़ते हैं. घोडा बहुत प्यारा जानवर होता है जो सबका अच्छा लगता है.

 
भोजन  :-  वैसे तो एक घोडा बहुत कुछ खा लेता है लेकिन एक घोड़े का सबसे अच्छा खाना हरी -हरी घास और चने होते हैं. हरी घास और चने से घोड़े को बहुत  ताकत मिलती है. हरे चने को घोडा बहुत ही चाव से खाता है. कुछ अमीर लोग जिनके पास बहुत ही महेंगे महेंगे घोड़े होते हैं वो अपने घोड़ो को काजू बादाम और पिस्ता भी खिलाते हैं.


रख-रखाव - जहाँ पर घोड़े को रखा जाता है उस जगह को अस्तबल कहा जाता है. अस्तबल लकड़ियों के बाड़े का बना होता है. घोड़े को वहीँ पर बांधकर रखा जाता है. कुछ घोड़ों को अस्तबल में ही छोड़ दिया जाता है. घोडा को अस्तबल में ही चारा- पानी दिया जाता है. घोड़ों को सुखी जगह में रहना अच्छा लगता है. गंदे कीचड़ वाली जगह से घोड़े दूर भागते हैं.

घोड़े का काम :- घोड़े का काम सवारी के लिए किये जाता है. घोडा सबसे पुराना  जानवर माना जाता रहा है जिसे आर्य लोगों ने खेती बारी के लिए पालना शुरू किया था. तब से घोडा इन्सान का दोस्त बना हुआ है. घोड़े का इस्तेमाल खेती बारी के साथ साथ सामान ढोने के लिए भी किया जस्ता है. पुराने समय में राजा- महाराजा अपने पास बहुत सारे घोड़े रखते थे. घोड़ो को लड़ाई में भेजा जाता था. राजा के सैनिक घोड़े पर चढ़कर लड़ाई के लिए जाते थे. जिसके पास ज्यादा घोडा होता था उसकी सेना ज्यादा मज़बूत मानी जाती थी. पुराने समय में  खबर देने के लिए दूसरा कोई जरिया नहीं था तो लोग घोड़े का इस्तेमाल करते थे. घोडा  पर बैठकर जल्दी से कहीं भी जाया जा सकता है. इसलिए पुराने समय में सभी घोडा पालते थे.

आज के युग में घोडा :- इतना समय गुजर जाने के बाद भी आज भी घोड़े का महत्व कम नहीं हुआ. आज भी बहुत सारे लोग अपने पास घोडा रखते हैं. घोड़े को शौक से भी पाला जाता है. आज भी जब शादी - विवाह होता है तो भी घोड़े को बुलाया जाता है. दूल्हा घोड़ी पर बैठकर ही अपनी बारात निकालता है. घोड़े को रस्म के लिए अच्छा माना जाता है. शादी विवाह के अलावे भी घोड़े का रेस होता है. मुंबई के लक्ष्मी रेस कोर्स में घोड़े की दौड़ होती है जिसे घुड दौड़ कहते हैं.  घुड दौड़ के अलावे भी घोड़े कसम में आता है. जब भारत में 26 जनवरी का परेड होता है तो उस  वक़्त भी घोड़े की झांकी निकली जाती है. भारत के सैनिक घोड़े पर बैठकर सवारी निकलते हैं. आज भी घोड़े पर बैठना शान की बात माना जाता है.

घोड़े के गुण - एक घोडा दिन भर में सैकड़ों किलो मीटर बिना रुके दौड़ सकता है. घोडा कभी लेट कर आराम नहीं करता. उसके भीतर बहुत शक्ति होती है इसलिए वो हमेशा खड़े ही रहता है. कुदरत ने घोड़े को बहुत ही ख़ास ढंग से बनाया है. मतलब कुदरती घोड़े के पास बहुत साड़ी खूबी पाई जाती है.  घोडा बहुत ही मिलनसार जीव होता है लेकिन कभी कभी घोडा बिगड़ भी जाता है. बिगड़े हुए घोड़े को काबू करना बहुत मुश्किल होता है. लेकिन जो हॉर्स ट्रेनर होते हैं वो किसी भी तरह के घोड़े को अपने काबू में कर लेते हैं. घोड़े को जब गुस्सा आता है तो वो जोर से हिन्हिनाता भी है.  घोड़े के पैरों के खुर दौड़ाने की वजह जसे घिसते रहते हैं इसलिए घोड़े के पांवों में नाल ठोक दी जाती है. 


घोड़े के नस्ल - घोडा बहुत सारे अलग अलग नस्लों का होता है. हर नस्ल के घोड़े की अलग ही ख़ास बात होती है.


अमेरिकी घोड़े: ये अमेरिकी घोड़े का नस्ल है  जिसमे ख़ास प्रजाति  आती है स्पिरिट, मेवरिक, बडी, जैस्पर, और अपोलो की.

अंग्रेजी घोड़े : अंग्रेजी घोड़ों के नस्लों में जो आते हैं उनके नाम हैं -  फ्रेडी, हैरी, चार्ली, जॉर्ज, टोबी

आयरिश घोड़े:   आयरिश घोड़ों में भी कुछ नसले हैं जो इस प्रकार से हैं -  फिन, सीन, लियाम, ओ'माल्ली, पैट्रिक


स्पेनिश घोड़े: स्पेनोश घोड़े के  नस्ल में  डिएगो, मिगुएल, राफेल, जुआन और कार्लोस आते हैं.


अरबी घोड़े:  घोड़ों में अरबो घोड़ों की बहुत चर्चा होती है. पुराने समय में अरब के व्यपारी घोड़े लाकर राजा - महाराजाओं को बेचा केरते थे. अरबी घोड़े इस प्रकार के होते हैं अली, उमर, चमेली, आयशा, मलिक.

फ्रांसीसी घोड़े: फ़्रांसिसी भी घोड़े की ही नस्ल है. जिसमे इस तरह के घोड़े पाए जाते हैं -  जैक्स, पियरे, क्लाउड, मार्सेल, एंटोनी


निष्कर्ष : घोड़े की भली ही आज बहुत  सारी जातियां को लेकिन घोडा कहते हैं आखों के सामने बस एक घोड़े की तस्वीर बन जाती है यही इसकी ख़ास बात है. सभी घोड़ों में सफ़ेद घोड़े को अधिक पसंद किया जाता है. कुछ लोग काला घोडा को भी पसंद करते हैं. लेकिन घोडा चाहे कोई भी रंग या नस्ल का हो वो एक बहुत ही उपयोगी जानवर होता है.


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