इंसान और भगवान की अनोखी कहानी : God & Man ki anokhi story in Hindi

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 उस दिन के बाद से भगवान कभी किसी इंसान से नहीं मिले..

इंसान और भगवान की अनोखी कहानी : God & Man ki anokhi story in Hindi

एक समय था जब भगवान मनुष्यों के पास फ़ौरन ही प्रकट हो जाया करते थे..किसी को कुछ भी समस्या होती भगवान् को याद करते और भगवान फौरन हाज़िर हो जाते..जैसा चाहे वैसा वरदान मांग लिया करता था मनुष्य भगवान से. कोई तप और जप करने की आवश्यकता भी नहीं थी..उस समय भगवान और मनुयों का सम्बन्ध भी बड़ा ही अनोखा और गहरा हुआ करता था..मनुष्यों की एक आवाज़ पर भगवान प्रकट हो जाते थे.,,लेकिन एक दिन भगवान् के साथ बहुत ही विचित्र घटना घटी जिसके बाद भगवान् ने कलियुग में लोगों को वरदान क्या दर्शन ही देने बंद कर दिए...ये घटना कुछ इस प्रकार से है...

बहुत समय पहले एक गाँव में एक अंधा और एक लंगडा भिखारी रहता था. दोनों साथ मिलकर भीख माँगा करते थे. शारीरिक रूप से दोनों के अपाहिज होने पर लोग उन पर अधिक सहानुभूति दिखाते थे जिस कारण रोज़ उनकी झोली पैसों से भरी रहती थी..दोंनो भिखारी इसके लिए भगवान् को बहुत धन्यवाद दिया करते थे..कभी कभी भगवान् भी उन्हें दर्शन देकर पूछते कि कोई समस्या हो तो बताना मैं दूर कर दूंगा..अंधा और लंगडा दोनों भिखारी भगवान से कहते समस्या तो कुछ नहीं प्रभु बस यही वरदान दे दो कि हमारी कमाई रात-दुनी और दिन दुगिनी बढती जाए..इसके बाद यही हुआ..अंधे और लंगड़े की कमाई बढ़ने लगे...वो रोज़ पैसों से खेलने लगे....लेकिन अधिक पैसे आने के बाद अंधे भिखारी के मन में विचार आने लगा कि उसकी वजह से कमाई अधिक हो रही है..लेकिन इसके विपरीत लंगडा भिखारी सोचा करता था उसकी वजह से लोग ज्यादा भीख देते हैं...इसी अहेंकार के कारण अब दोनों में रोज़ लड़ाई होने लगी..लड़ाई भी साधारण वाली लड़ाई नहीं बल्कि मार पीट करके दोनों एक दुसरे का सिर फोड़ दिया करते थे..फिर दोनों ने अलग होने का निश्चय किया और अलग अलग भीख मांगने लगे..लेकिन उनकी जोड़ी टूट जाने के कारण भगवान खुश नहीं थे..वे चाहते थे कि दोनों की मदद करे...

भगवान ने यही सोचा और सबसे पहले लंगड़े भिखारी के पास प्रकट हुए और पुछा बोला वत्स मैं कैसे तुम्हारी सहायता कर सकता हूँ..? लंगड़े भिखारी ने गुस्से से कहा कुछ नहीं बस आप उस अंधे को लंगडा बड़ा दीजिये प्रभु मुझे और कुछ नहीं चाहिए आपसे..ताकि लंगडा बनते ही वो ज्यादा चलकर भीख माँगने लोगों के पास ना जा सके.....अब भगवान अंधे के पास प्रकट हुए और कहा कि मैं तुम्हे दुखी नहीं देख सकता इसलिए वरदान देने आया हूँ बोलो मैं तुम्हारे लिए काया करूँ? तब अंधे भिखारी ने भी गुस्से से कहा कि प्रभु मुझे कुछ नही चाहिए बस आप उस लंगड़े भिखारी को मेरी तरह अँधा बना दीजिये ताकि उसे भीख मांगने में दिक्कत आये और वो पैसे ना कमा पाए......उस दिन भगवान को समझ आया कि धरती के मनुष्यों का अब कुछ नहीं हो सकता..मैं बेकार में ही इनके लिए अपना समय बर्बाद करता हूँ..आज के बाद मैं इनके लिए कभी नहीं आऊंगा..कहते हैं उस दिन के बाद से भगवान कभी किसी इंसान से नहीं मिले... 

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