शेयर बाज़ार किंग राकेश झुनझुन ( Rakesh jhunjhunwala ) की मृत्यु कैसे हुई? Akasa airlineके मालिक राकेश झुनझुन वाला 21वीं सदी के शेयर मार्किट के Bull कैसे बने रहें. आइये जानते हैं कि राकेश झुनझुन वाला ने कैसे 5 हज़ार से 41 हज़ार करोड़ कमाए. राकेश झुनझुन वाले का जीवन परिचय प्रस्तुत है. सबसे पहले तो ऐसे दिग्गज निवेशक और जिंदादिल इंसान को भावपूर्ण श्रधान्जली और नमन.
नाम - राकेश झुनझुन वाला (Rakesh jhunjhunwala)
मूल निवासी- राजस्थान
जन्म - 5 जुलाई 1960 हैदरबाद
माता - पिता : राधेश्याम एवं उर्मिला झुनझुनवाला
पिता:- टैक्स ऑफिसर
भाई - बहन दो-दो ( बड़े राजेश झुनझुन वाला)
डिग्री - CA
फोबर्स लिस्ट:- 36वें सबसे अमीर इंसान
मल्कियत: 41 हज़ार करोड़.
राकेश झुनझुन वाला जी 5 जुलाई 1960 को अपने माता पिता के यहाँ हैदरबाद में जन्मे. राकेश जी के पिताजी राधेश्याम जी एक बहुत बड़े टैक्स ऑफिसर थे इसलिए उनका उठाना बैठना भी ऐसे ही कई बड़े बड़े लोगों के साथ होता था. और अकसर घर में ऐसे लोग ही आते जाते रहते थे. इसलिए पुत्र झुनझुन के कानों में पिता की यही सब बातें पड़ती रहती थी. इनके बड़े भाई राजेश पेशे से अकाउंटेंट थे. राकेश जी बचपन से ही अपने पिता की बातों को ध्यान से सुनते समझते आ रहे थे इसलिए उनका बचपन से ही रुझान उस ओर चला गया.
राकेश जी ने कॉलेज की पढ़ाई के बाद CA की डिग्री ली और फिर इन्होने वर्ष 1985 को इस क्षेत्र में अपना पहला कदम रखा और सबसे पहले इन्होने दलाल स्ट्रीट (Dalal street) को समझना शुरू किया.. इनके बारे में एक बात कही जाती है कि ये रिस्क लेने वालों में से थे. इनको अपने आप पर पूरा भरोसा भी था. इसलिए इन्होने शेयर बाज़ार ( share market) में अपने भाई के दोस्तों से ये कहकर पैसे लिए कि वो bank से अधिक व्याज देंगे. माना जाता है कि राकेश झुनझुन वाला ने वर्ष 1986 में उस समय सबसे बड़ा मुनाफा कमाया जब उन्होंने 45 रूपये में TATA TEA के 5 हज़ार शेयर ख़रीदे जो 4 महीने में ही बढ़कर 143 रूपये हो गए.
इसके बाद महज़ तीन साल में राकेश झुनझुन वाला ने 25 लाख रूपये कमा लिए. उसके बाद लाखों से करोड़ों. अब इनका उठना बैठना वैसे ही दिग्गजों के साथ होना शुरू हो चुका था. अब ये शेयर मार्किट की बारीकियों को सीखने लगे थे. वर्ष 1987 में इनका विवाह हुआ जिसके बाद इनको एक पुत्री और दो जुडवा बेटे हुए. मगर जिस स्टॉक ( stock) ने इन्हें शेयर मार्केट का बिग Bull बनाया था वो थी TATA की TAITAN. राकेश झुनझुन वाला ने वर्ष 2003 को 3 रूपये के हिसाब से टाटा की टायटन कंपनी के 6 करोड़ शयेर शेयर खरीद लिए जिसकी आज मौजूदा कीमत 7 हज़ार करोड़ से भी अधिक है. टायटन के अलावे भी इन्होने अरबिंदो फ़ार्म, NCC जैसी कंपनियों में अपने निवेश किये. इनके बारे में एक बात प्रचलित थी कि ये जिस भी स्टॉक पर हाथ रखते वो सोना बन जाता. इसलिए ये खुद तो अरबपति बने ही जिन लोगों ने इनके टिप्स को फॉलो किया वे करोड़पति बन गए.
राकेश झुनझुन वाला ( Rakesh jhunjhunwala) ने वर्ष 2003 में खुद की खुद की स्टॉक ट्रेडिंग फ़र्म रेयर इंटरपराइजेज की शुरुवात की जिसमे उनकी पत्नी रेखा झुनझुन वाला की भी हिस्सेदारी थी. इसके बाद इन्होने अकासा एयर लाइन ( Akasa air line) की शुरुवात की जिसमे दोनों की कुल हिस्सेदारी 45.97 प्रतिशत की है . Akasa air line इस महीने के 7 अगस्त को पहली उड़ान भरी थी. प्रधानमंत्री मोदी जब एक बार उनसे मिलने गए थे तो राकेश झुनझुन वाले के बिना स्त्री की शर्ट को लेकर कई मीमस बने थे .
लेकिन यह बहुत दुखद है कि देश के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुन वाला ने ६२ वर्ष कि उम्र में देश को सबको अलविदा कह दिया . इन्होने अपनी मेहनत और शेयर मार्किट के गणित के दम पर सिर्फ 5 हज़ार से 41 हज़ार करोड़ का साम्राज्य खड़ा कर दिया था. इन्होने 30 सालों में साबित कर दिया था २१वीं सदी के बिगबुल वही हैं . किन्तु मधुमेह रोग से पीड़ित ,राकेश झुनझुन वाला का निधन मुंबई के ब्रिज कैंडी हॉस्पिटल में हुआ और इसका पूरे देश को दुःख है.
Hi ! you are most welcome for any coment